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tejpatta ke faydey in hindi

तेजपत्ता के फायदे हिंदी में , benefits of tejpatta in hindi

हर भारतीय रसोई में इस्तेमाल होने वाला और पुलाव, बिरयानी , दमआलू जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद बढ़ने वाला तेज पत्ता सिर्फ मसलों का हिस्सा नहीं बल्कि कई प्रकार के औषधीय गुणों से भरा भी है जिसकी सही जानकारी होने पर आप इसे कई तरह से उपयोग में ला सकते हैं। 
आइये जानते हैं गुणकारी तेजपत्ता के बारे में। 
तेजपत्ता जो हम खाने में इस्तेमाल करते हैं वह सुखाए हुए होते हैं। सुखाए हुए पत्ते बाजारों में तेजपात के नाम से बिकते हैं। पत्तियों का रंग जैतूनी हरा तथा ऊपर वाला भाग चिकना  होता है।  इसकी खुशबू  बहुत ही हल्की  और मनोरम होती है। 
अब जानते हैं इसके उपयोगी भाग कौन कौन से हैं :
औषधि के रुप में सबसे ज्यादा तेजपत्ता के जड़ और तने की छाल, पत्ता एवं तेल का इस्तेमाल किया जाता है।
अब जानतें हैं की तेज पत्ता भारत में कहाँ उगता है :
प्राकृतिक रूप से भारतीय बे-लीफ़ उत्तर-पश्चिमी हिमालय के क्षेत्र, सिक्किम, असम, मिजोरम, मेघालय, उष्णकटिबंधीय (ट्रॉपिकल) और उपोष्णकटिबंधीय (सब -ट्रॉपिकल) क्षेत्रों में  पाया जाता है।

तेजपत्ता  के एंटी-इंफ्लैमटोरी, एंटीफंगल, एंटीबैक्टिरीयल गुणों के कारण उसको आयुर्वेद में उपचार के लिए विशेष स्थान प्राप्त है। तेजपत्ता प्रकृति से हल्का, तीखा, कड़वा, मधुर, गर्म होता है। 
तेज पत्ता में पोटैशियम, कैल्शियम, मैंगजीन, सेलेनियम, विटामिन ए और विटामिन सी जैसे पोषक तत्वों की अच्छी मात्रा होती है।  नियमित रूप से इसका सेवन करने से इन्फेक्शन, सर्दी-जुकाम और पेट से जुड़ी समस्यों में भी फायदा मिलता है।
तेजपत्ता के अन्य उपयोग :

१ यदि आपको जुखाम सर्दी है तो चाय पत्ती की जगह तेजपात  के चूर्ण की चाय पीने से सर्दी-जुकाम, छीकें आना आदि में शीघ्र लाभ मिलता है।
 
२ बालों में चमक के लिए भी तेजपत्ता बहुत उपयोगी है, इसके लिए एक गिलास पानी किसी बर्तन में डालकर उबालें। उसमें तेज पत्ता की कुछ पत्तियां डाल दें। 5-10 मिनट उबालने के बाद इस पानी को शैंपू करने के बाद बालों में लगाएं। 

३ शरीर के किसी भी अंग में दर्द और सूजन की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी तेज पत्ते का तेल इस्तेमाल कर सकते हैं। तेल लेकर दर्द वाले भाग पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें।

४ अगर लीवर में किसी बीमारी के कारण सूजन हो गयी  है तो तेजपत्ता का इस तरह से सेवन करने पर जल्दी आराम मिलता है। समान मात्रा में तेजपत्ता, लहसुन, काली मरिच, लौंग तथा हल्दी के चूर्ण का काढ़ा बनाकर 10-20 मिली मात्रा में पीने से लीवर संबंधी रोगों में लाभ होता है।

५  दांतों का पीलापन दूर करना है  तो तेजपत्ता के बारीक चूर्ण को सुबह-शाम दांतों पर मलने से दांतों में चमक आ जाती है और पीलापन दूर हो जाता है ।

६ अगर मसूड़ों में सूजन, खून आने जैसी समस्याएं हो रही है तो तेजपत्ता के डंठल को चबाते रहने से मसूड़ों से खून का आना बन्द हो जाता है।

७ सिर से जुंए निकालने में सहायक होता है तेजपत्ता :
 तेजपत्ता  के 5-6 पत्तों को एक गिलास पानी में इतना उबालें कि पानी आधा रह जाय। इस पानी से रोजाना सिर की  मालिश करने के बाद नहाएं। इससे सिर में जुंए नहीं होती  हैं।

८ डायबिटीज के मरीजों के लिए तेज पत्ते का सेवन काफी फायदेमंद माना जाता है। यह आपके शुगर लेवल को कम कर सकता है और टाइप 2 डायबिटीज से निपटने में कारगर साबित हो सकता है। इसके अलावा यह बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है।

९  तेज पत्ते शरीर से टॉक्सिक पदार्थों को निकालने में मदद करते हैं। यह गुर्दे के स्वास्थ्य में सहायता करता है। इसके अलावा, तेज पत्ते में पाए जाने वाले कार्बनिक यौगिक पेट खराब होने, इर्रिटेबल बाउल सिंड्रोम को कम करने में मदद करते हैं। ये पत्ते पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

१० तेज पत्ते में एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। इसमें मौजूद विटामिन-सी किसी भी प्रकार के इंफेक्शन और जलन से बचा सकते हैं। 

तेजपत्ता के अन्य नाम :
पत्र, गन्धजात, पाकरञ्जन, तमालपत्र, पत्रक, तेजपत्र- संस्कृत 
तमालपत्र, पत्र, तेजपत्ता, बराहमी- हिंदी 
पत्रक , लवन्गदापत्ति- कन्नड़ 
तमालपत्र, तज - गुजराती 
कटटु-मुंकाइ- तमिल 
आकुपत्री , तालीस पत्री - तेलगु 
तेजपत्र - बांग्ला
तमालपत्र , दाल चिन्टिटिकी - मराठी 


info credit: 1mgarth.com

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