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गधे के गधेपन पर एक कहानी कही जाती है. सावन में जब गधा सब तरफ़ बहुत सारी खास देखता है तो तनाव में आ जाता है कि मैं इतनी सारी घास कैसे खाऊंगा. इसलिए वह उदास हो जाता है. वैशाख के महीने में जब मैदान सूख जाते हैं तो गधा बड़ा खुश होता है कि मैंने सारी घास खा ली. इसीलिए गधे को वैशाख नंदन कहते हैं. कोई व्यक्ति बहुत सी सुविधाएं मिलने के बाद भी उदास हो तो यह कहावत कहकर उसका मजाक उड़ाया जाता है.
info credit: Dr Sharad Agrawal
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