
चंदौसी का घंटाघर शहर की चुनिंदा ऐतिहासिक इमारतों में से एक है, जिन्हे आज़ादी के बाद शहर में स्थापित किया गया था। इसका निर्माण 1952 में हुआ था। इस घंटा घर की खासियत है की ये सिर्फ घंटा घर नहीं बल्कि यहाँ एक तरफ नीचे मंदिर है जिस का नाम "घंटा मंदिर" है तो दूसरी तरफ धार्मिक पुस्तकालय है और तीसरी तरफ ऊपर पोस्ट ऑफिस (डाक घर) है। स्थानीय लोगों से बात करने पर पता चला की कुछ समय पहले ये घंटा घर पूरी तरह कार्यकृत था और इसकी सुईयों को बदला गया था लेकिन रख रखाव की कमी के कारण ये एक ऐतिहासिक ईमारत बन के रह गया है।

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