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Birbal बीरबल का नाम कैसे पड़ा . Birbal history in hindi
Monday, 01 Jun 2020 10:53 am
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बीरबल का नाम कैसे पड़ा 

मुग़लों के बादशाह अकबर के दरबार की शान कहे जाने वाले नौ रत्नों मे से एक सबसे मशहूर और अकबर के सबसे प्रिय और विश्वसनीय रतन थे "बीरबल" जिनकी बुद्धिमानी और हाज़िर जवाबी के किस्से कहानियों के रूप मे भारत मे बहुत लोकप्रिय हैंऔर शायद ही कोई बच्चा होगा जिसने अकबर बीरबल की कहानियाँ नहीं सुनी होंगी लेकिन कहा जाता है कि बीरबल का असली नाम महेश दास था और बीरबल नाम उन्हें बादशाह अकबर ने अपने दरबार मे उनकी सूझबूझ और बुद्धिमानी से खुश होकर दिया था। लेकिन महेशदास को बीरबल नाम कब और कैसे मिला इस वाकिये से जुड़ि कई कहानियाँ सुनने को मिलती हैं।

जिनमे से कुछ प्रचलित कहानियाँ ये हैं कि जब महेशदास अकबर के दरबार मे मंत्री थे तब उन्हें पंजाब मे विद्रोहियों के उठते स्वरों को दबाने के लिए भेजा जिसमें विजयी होकर लौटने पर बादशाह अकबर ने खुश होकर उन्हें नाम दिया वीर वर जो बन गया बीरबल। और दूसरी कहानी के अनुसार एक बार बादशाह अकबर शिकार पर गए और जंगल मे रास्ता भटक गए और वहाँ उन्हें महेशदास मिले जिन्होंने उन्हें सही रास्ता बताया और बादशाह ने निशानी के रूप मे अपनी अंगूठी दी जिसे कुछ समय बाद लेकर जब महेश दास महल पहुंचे तो द्वारपाल ने उनसे रिश्वत के रूप मे बादशाह से मिलने वाले ईनाम मे हिस्सा माँगा और अकबर से मिलने पर महेशदास ने ईनाम में 100 कोड़े लगवाने को माँगा जिस पर 50 कोड़ों के बाद महेशदास ने बाकी कोड़े द्वारपाल को लगाने को कहा क्योंकि वो हिस्सा उसकी रिश्वत का थ। महेशदास की इस सूझबूझ और बुद्धिमानी को देख कर बादशाह अकबर खुश होते हैं और उन्हें अपने नौ रत्नों मे शामिल कर लेते हैं और नाम देते हैं बीरबल जिसका मतलब होता है हाजिर जवाब। इस के अलावा एक और कहानी भी है जिसके अनुसार बादशश अकबर को अपने दरबारियों के नाम रखने का शौक था और कला और साहित्य के शौक़ीन बादशाह ने  महेशदास जो की उनके मंत्री थे की बुद्धिमानी और हाजिर जवाबी से खुश होकर हिंदी साहित्य से एक पात्र वीरवार का नाम लेकर रख दिया बीरबल और तब से महेशदास बन गए बीरबल। ऐसे ही कई अन्य कहानियाँ भी प्रचलित हैं जो ये बताती हैं की कैसे एक हिन्दू ज्ञानी महेशदास को अपनी बुद्धि और हाजिर जवाबी के बल पर मुग़ल दरबार में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हुआ और नयी पहचान मिली अपने नए नाम "बीरबल" के रूप मे.

सन्दर्भ:speakingtree.in

          quora.com

           en.m.wikipedia.org